जब गुड़िया कापी में लिखती,
क, ख, ग, घ, च, छ, ज ।
हंसकर सबको बतलाती है,
हिन्दी भाषा का रुतवा ।
मजबूरी में जब अंग्रेजी,
में ए. बी .सी .डी लिखती ।
हारी हारी थकी थकी सी,
सूखे पत्ते सी दिखती ।
गुस्से में कहती है मुझको,
हिन्दुस्तानी पढ़ना है ।
अंग्रेजी भाषा से मुझको,
अभी नहीं माँ जुड़ना है ।