Mangal Gayatri Mantra | भारत संस्कारों की जननी
Follow Us         

मंगल गायत्री मंत्र

Mangal Gayatri Mantra

ॐ अंगारकाय विदमहे शक्ति-हस्ताय धीमहि तन्नो भौमः प्रचोदयात्॥

Om Angarkay Vidhmahe Shakti Hastay Dheemahi Tanno Bhauma: Prachodyat॥

मंगल गायत्री मंत्र का अर्थ


ओम, मुझे पृथ्वी के पुत्र का ध्यान करने दो, ओह, जिसके हृदय में ज्वाला है, मुझे उच्च बुद्धि दो, और मंगल ग्रह मेरे मन को रोशन करे और मुझे आशीर्वाद दे।

मंगल गायत्री मंत्र का वर्णन


यह एक ऐसा मंत्र है जिसे आमतौर पर भगवान मंगल या मंगल की भक्ति में जपा जाता है, जिन्हें शक्ति, साहस और शक्ति का ग्रह माना जाता है। मंत्र जीवन के विभिन्न पहलुओं में शक्ति और सफलता के लिए भगवान मंगल से आशीर्वाद और मार्गदर्शन प्राप्त करने का एक तरीका है।
आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इस पेज को ज़रूर लाइक करें और नीचे दिए गए बटन दबा कर शेयर भी कर सकते हैं
मंगल गायत्री मंत्र
   3652   0

अगला पोस्ट देखें
गणेश गायत्री मंत्र
   106   0

Comments

Write a Comment


Name*
Email
Write your Comment
श्री विष्णुगायत्री मंत्र
- Anonymous
   98   0
गौरी गायत्री मंत्र
- Anonymous
   1168   0
यम गायत्री मंत्र
- Anonymous
   75   0
चन्द्र गायत्री मंत्र
- Anonymous
   1550   0
नारायण गायत्री मंत्र
- Anonymous
   119   0
श्री लक्ष्मीहयग्रीवगायत्री मंत्र
- Anonymous
   96   0
श्री नृसिंहगायत्री मंत्र
- Anonymous
   89   0
श्री सुदर्शनगायत्री मंत्र
- Anonymous
   84   0
लक्ष्मी गायत्री मंत्र
- Anonymous
   106   0
श्री शास्तागायत्री मंत्र
- Anonymous
   81   0
आदित्य गायत्री मंत्र
- Anonymous
   783   0
पृथ्वी गायत्री मंत्र
- Anonymous
   215   0
कुबेर धन प्राप्ति मंत्र
- Anonymous
   1   0
By visitng this website your accept to our terms and privacy policy for using this website.
Copyright 2025 Bharat Sanskaron Ki Janani - All Rights Reserved. A product of Anukampa Infotech.
../